दिल्लीवासियों की सेहत के लिए डबल डोज
नई दिल्ली। पहली बार दिल्ली के आर्थिक बजट में लोगों को डबल हेल्थ ऑफर की सौगात मिली है। अब जरूरतमंद लोगों को सालाना स्वास्थ्य बीमा भी मिलेगा और बाकी लोगों को दिल्ली सरकार की निशुल्क योजनाओं के लिए कागजों के चक्कर में परेशान नहीं होना पड़ेगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार ने जहां राजधानी के लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने का फैसला लिया है वहीं, हर किसी को हेल्थ कार्ड देने की भी घोषणा की है। दिल्ली के करीब डेढ़ करोड़ लोगों को हेल्थ कार्ड तो 30 लाख से ज्यादा लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल सकेगा।
लंबे समय से केंद्र और दिल्ली के बीच फंसी प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) को लागू करने की घोषणा सोमवार को वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने आर्थिक बजट 2020-21 पेश करते हुए कर दी। साथ ही मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना की भी घोषणा की गई। सरकार ने वर्ष 2020-21 के लिए 7704 करोड़ रुपये का बजट में प्रावधान किया है, जिसमें 6555 राजस्व और 1149 करोड़ रुपये पूंजी बजट शामिल है। वित्त मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य की विभिन्न योजना, कार्यक्रम और परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए 3952 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जो 2019-20 के संशोधित बजट 2551 करोड़ रुपये से 55 फीसदी अधिक है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ जल्द ही दिल्ली वाले ले सकेंगे। फिलहाल इस योजना को लेकर और भी ज्यादा काम बाकी है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर अनुमान है कि दिल्ली के करीब 15 फीसदी परिवार (30 लाख लोगों) को इसका लाभ मिलेगा। इन्हें प्रति वर्ष पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिल सकेगा। इसके लिए केंद्र के तय मानकों के आधार पर ही आगे बढ़ा जाएगा।
देश में पहली बार हर व्यक्ति का होगा मेडिकल रिकॉर्ड
देश में पहली बार हर व्यक्ति का मेडिकल रिकॉर्ड सरकार के पास होगा। दिल्ली पहला ऐसा राज्य है जहां के प्रत्येक नागरिक की स्वास्थ्य जानकारी सभी स्वास्थ्य केंद्र और अस्पतालों में उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत मुख्यमंत्री हेल्थ कार्ड योजना लागू होगी। इस पर सरकार 70 करोड़ रुपये खर्च करेगी। हर अस्पताल में परामर्शदाता को तैनात कर दिया है जो हेल्थ कार्ड बनाने का काम करेंगे। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि कोई व्यक्ति अस्पताल जाता है तो डॉक्टर उसकी पुरानी बीमारी या इलाज के बारे में पूछता है तो कई बार व्यक्ति जानकारी न होने का हवाला देता है, लेकिन अब जांच से लेकर उपचार हर तरह की जानकारी इस कार्ड में होगी।
हेल्थ कार्ड का ये होगा फायदा
स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. आरएन दास बताते हैं कि यदि कोई दिल्ली का व्यक्ति किसी अस्पताल में उपचार कराने जाता है तो वह अपने साथ हेल्थ कार्ड लेकर जाएगा। उक्त अस्पताल में ऑपरेशन या एमआरआई की वेटिंग मिलती है तो वह उसी कार्ड के आधार पर प्राइवेट अस्पताल में लाभ ले सकेगा। ये कार्ड एक प्रकार से पहचान पत्र या आधार कार्ड की तरह ही कार्य करेगा। इसमें एक डिजिटल चिप होगी, जिसमें व्यक्ति का पूरा मेडिकल रिकार्ड, यहां तक कि उसका ब्लड ग्रुप भी दर्ज होगा। ये कार्ड हर उस व्यक्ति को मिलेगा जो दिल्ली का निवासी है। हेल्थ कार्ड को आगामी दिनों में सभी स्वास्थ्य केंद्र व अस्पताल सूचना प्रबंधन प्रणाली से जोड़ा जाएगा।
सभी योजनाओं को एक साथ जोड़ा
स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ. नूतन मुंडेजा ने बताया कि दिल्ली के नागरिकों को फ्री सर्जरी, एमआरआई सीटी स्कैन जांच, सड़क दुर्घटना में घायल, एसिड या बर्न पीड़ित आदि का लाभ निशुल्क मिल रहा है। दिल्ली सरकार की ये सभी योजनाएं वर्तमान में चल रही हैं। अब इन योजनाओं को एक साथ जोड़कर मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना तैयार की है, जिसमें 1016 सर्जिकल पैकेज निशुल्क मिलेंगे। दिल्ली सरकार ने इसके लिए 125 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इसमें 100 करोड़ रुपये का प्रावधान दिल्ली आरोग्य कोष भी शामिल है।